Total Pageviews

Thursday 31 December 2015

नववर्ष

यह वर्ष अपने साथ लाएगा नए-नए रंग । 
प्रार्थना है कि जीवन में बहे उल्लास की तरंग ॥ 
स्वेच्छा है कि हर्ष-गीत की लय ना हो भांग ।
और आप सभी सदैव रहें मेरे संग ॥ १ ॥ 

इस वर्ष, मैं सुधारूंगा अपना व्यक्तित्व । 
ताकि सतोगुण का रहे चिर स्थायित्व ॥ 
आलस्य का मिट जाए अस्तित्व । 
एवं प्रबल करूंगा अपना पुरुषत्व ॥ २ ॥ 

मिट जाएगा चरित्र से क्लेश | 
हट जाएगा ह्रदय से द्वेष ॥ 
प्रसारित होगा प्रेम का सन्देश । 
ताकि प्रसन्न हो सर्वज्ञ सर्वेश ॥ ३ ॥ 

आप सभी को नववर्ष का हार्दिक अभिनन्दन। 
कृपया स्वीकारें मेरा स्नेहमय आलिंगन ॥ 
ईश्वर से है मेरा यही सविनय निवेदन । 
कि हमारी मनोकामनाएँ हो जाएँ संपन्न ॥ ४ ॥ 

No comments:

Post a Comment